Bihar Bhumi Survey: बिहार में भूमि सर्वे टला! जमीन मालिकों को बड़ी राहत, नीतीश के मंत्री ने बताई रोकने की वजह
पटना। बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने जमीन सर्वेक्षण को लेकर बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि भू-मालिकों को जमीन के कागज और दस्तावेज ढूंढ़ने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
ऐसे में सरकार भूमि सर्वेक्षण कार्यक्रम को तीन महीने के लिए स्थगित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक-दो दिन में नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
मंत्री दिलीप जायसवाल पूर्णिया के निर्दलीय सासंद पप्पू यादव के पिता की मौत के बाद उनके घर सांत्वना देने गए थे, जहां उन्होंने
जब वह बयान दे रहे थे, तो उनके साथ पूर्णिया के निर्दलीय सासंद पप्पू यादव भी मौजूद रहे।
आज परेशानी, लेकिन भविष्य के लिए अच्छा
उन्होंने कहा कि जब जमीन सर्वे शुरू हुआ तो लोगों को लगा कि उनके सभी कागजात दुरुस्त हैं, लेकिन जब सर्वे शुरू हुआ तो सच्चाई सामने आ गई।
उन्होंने कहा कि आज लोगों को दस्तावेज दुरुस्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह उनके बच्चों के लिए काफी अच्छा है, क्योंकि आज के दस साल बाद अगर ऐसा होता, तो शहरों में रहने वाले बच्चे अपनी जमीन का कागजात भी नहीं बनवा पाएंगे।
जनता को कष्ट में देखकर हमें भी हुआ कष्ट
राजस्व मंत्री ने कहा कि जनता को कष्ट में देखकर हमें भी कष्ट हुआ। ऐसे में हमने यह तय किया है कि भूमि सर्वेक्षण से जुड़े कागजात ढूंढने के लिए तीन महीने का समय देंगे। सर्वेक्षण को तीन महीने के लिए टाला जाएगा।
विभागीय अधिकारियों को दी चेतावनी
इस दौरान, दिलीप जायसवाल ने अपने विभागीय अधिकारियों और सीओ को चेतावनी दी। दिलीप जायसवाल ने कहा कि हमने अधिकारियों और सीओ को पटना बुलाकर सख्त हिदायत दी है कि अपने काम करने के तरीके में सुधार ले आएं नहीं तो दिलीप जायसवाल किसी को बख्शेगा नहीं।
पप्पू यादव के पिता के निधन पर व्यक्त किया शोक
राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने सांसद पप्पू यादव के दिवगंत पिता चंद्रनारायण प्रसाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने पूर्णिया में सांसद पप्पू यादव से मुलाकात कर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने अपने शोक संदेश में कहा, सांसद पप्पू यादव के पिताजी के स्वर्गवास की सूचना मुझे दिल्ली में मिली। घटना से मैं अत्यंत दुखी हुआ। इस परिवार के साथ मेरा गहरा जुड़ाव रहा है और मैं खुद को इस परिवार का एक सदस्य मानता हूं।
उन्होंने कहा कि आज हमने एक अभिभावक को खो दिया है, जिसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी। उन्होंने स्व. चंद्रनारायण प्रसाद की समाज के प्रति निष्ठा और सेवा की प्रशंसा करते हुए कहा, पिताजी उच्च विचारों वाले व्यक्ति थे, जिन्होंने समाज के हर वर्ग का सम्मान किया और हमेशा उनकी भलाई के लिए तत्पर रहे। उनकी सोच और समाज के प्रति उनकी चिंता ने उन्हें सबका प्रिय बना दिया था। उनका प्रेम और मार्गदर्शन हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।