शराबबंदी को पलीता लगा रहे सरकारी अधिकारी, नशे में धुत शिक्षा विभाग के क्लर्क सहित 5 गिरफ्तार

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 बांका। मंगलवार की रात उत्पाद विभाग की टीम ने शराब के नशे में धुत शिक्षा विभाग के उच्च वर्गीय लिपिक (बड़ा बाबू) पंकज कुमार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी की उत्पाद थाने में जांच की तो टीम ने पांच लाख से अधिक नगदी भी बरामद की है।

इन लोगों की हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तार अन्य लोगों में भागलपुर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के बैजानी के जगदीश तिवारी, अमरपुर के विशंभरचक निवासी दिलीप कुमार, बाराहाट थाना के औरावारी के राकेश कुमार और अमरपुर भीमसेन के सौरभ कुमार सिंह शामिल हैं। गिरफ्तार दिलीप अमरपुर के ही बलिया विद्यालय में शिक्षक है।

उत्पाद विभाग के एक्शन से मचा हड़कंप

  • उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मचा हुआ है। बुधवार को पूरे दिन इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही।
  • गिरफ्तार बड़ा बाबू पंकज कुमार शिक्षा विभाग के योजना एंव लेखा शाखा में पदस्थापित हैं। मूलरूप से भागलपुर जिले के बलाहार नारायणपुर के रहने वाले हैं।

इससे पहले वह भागलपुर में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में पदस्थापित थे। पंकज कुमार की गिरफ्तारी के बाद बिहार मद्यनिषेद और उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 37 के तहत उत्पाद थाना में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही उन्हें बुधवार को अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय के न्यायालय लाया गया।

जुर्माना के बाद कुछ लोगों को छोड़ दिया गया है। उत्पाद अधीक्षक रवीन्द्र कुमार ने कहा कि एक होटल से सभी की गिरफ्तारी हुई है। बरामद नगदी दे दिया गया है।

पार्टी करने के दौरान हुई गिरफ्तारी

बताया जा रहा है कि मंगलवार की देर रात मार्च क्लोलिंग का ढेर सारा बिल पास करने के बाद बड़ा बाबू कार्यालय को एक भेंडर होटल लेकर गया। होटल के एक कमरे के अंदर इसकी डील की गई। राशि भुगतान करने वाले भेंडरों ने उक्त राशि कमीशन के रुप में दी।चर्चा है कि एक भेंडर का बिल भुगतान नहीं होने पर पुलिस को इसकी सूचना दे दी। इसके बाद एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के आदेश पर उत्पाद टीम एक्शन व बांका पुलिस होटल पहुंच कर सभी को हिरासत में लिया। पहले मार्च क्लोजिंग पार्टी कर रहे कर्मियों ने गेट नहीं खोला।होटल कर्मियों के प्रयास से होटल का कमरा खोलकर सभी को बाहर निकाला और सीधे उत्पाद थाना लाया गया। जांच में शराब की पुष्टि के बाद सभी से पूछताछ की गई।

बाद में जुर्माना के लिए सभी को न्यायालय भेजा गया। वहीं, पांच लाख रुपए से अधिक की नगदी की बरामदगी को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के निर्देश

जिला कार्यक्रम पदाधिकरी योजना एवं लेखा विभाग कार्यालय में पदस्थापित बड़ा बाबू पंकज कुमार की गिरफ्तारी के बाद शिक्षा विभाग ने भी कार्रवाई शुरू कर दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कुंदन कुमार ने जांच के निर्देश दिए हैं।शिक्षा कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि सरकारी सेवक होने के उपरांत भी शराबबंदी कानून का पालन नहीं करते हुए शराब सेवन करना कर्मचारी आदर्श अचार संहिता 1976 में उल्लेखित प्रविधानों के प्रतिकूल है।

उन्होंने पंकज कुमार के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक से की है।

आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा है मामला

शराब के नशे में गिरफ्तार बड़ा बाबू पंकज कुमार पहले भागलपुर में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में पदस्थापित थे। चर्चा है कि उन्होंने भागलपुर शहरी क्षेत्र में भी हाल ही में जमीन खरीदी है। इतना ही नहीं वे हर रोज भागलपुर से बांका अपनी कार से आते थे।बताया जा रहा है कि भागलपुर से स्थानांतरण को डेढ़ साल हो गए हैं, लेकिन अभी भी वह सरकारी मकान में ही रह रहे हैं। बड़ा बाबू के विरुद्ध निदेशक प्रशासन शिक्षा विभाग ने भी जांच के आदेश दिए हैं।

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