एक गलती और लीक हो गई हूती हमले की सीक्रेट चैट, कैसे दुनिया के सामने आया ट्रंप का War प्लान?

पत्रकार ने चैट की जानकारी दुनिया से शेयर की
जेफ्री गोल्डबर्ग ने कहा शुरुआत में मैं समझ नहीं पाया कि माइकल वॉल्ट्ज नामक शख्स ट्रंप कैबिनेट में एनएसए वॉल्ट्ज हैं। हालांकि, बाद में मुझे एहसास हो गया कि मुझे ट्रंप की कैबिनेट के साथी के साथ इस ग्रुप में जोड़ा गया है।(जेफरी गोल्डबर्ग की फाइल फोटो) गोल्डबर्ग ने कहा कि जब मैं जब इस ग्रुप में शामिल हुआ तो मुझे मैसेज मिला कि मेरे साथ हूती विद्रोहियों पर हमला करने के लिए इस ग्रुप के जरिए कॉर्डिनेशन किया जाएगा।
ग्रुप में क्या बातचीत हो रही थी?
ग्रुप में ये जानकारी दी गई कि कौन से अमुख नेता का कौन सी जिम्मेदारी संभालेंगे। इस ग्रुप में NSA माइक वॉल्ट्ज एक अहम भूमिका निभा रहे थे। माइक वॉल्ट्ज ने कहा कि हूतियों के खिलाफ ऑपरेशन को लेकर एक प्रिंसिपल ग्रुप बना रहे हैं। सभी लोग इस ग्रुप में कॉर्डिनेशन के लिए सुझाव दें। अगले 72 घंटों में पहला हमला होगा। मेरे डिप्टी एलेक्स वॉन्ग इस लेकर एक टीम तैयार कर रहे हैं। कृपया अपनी-अपनी टीम से कॉर्डिनेशन के लिए एक प्रतिनिधि चुनें।
इसके बाद जेडी वेंस ने कहा, “टीम, मैं एक बिजनेस मीटिंग के सिलसिले में मिशिगन जा रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि हम गलती कर रहे हैं> अमेरिका का 3 फीसदी कारोबार सुएज नहर के जरिए होता है जबकि यूरोप इस रास्ते से 40 फीसदी कारोबार करता है यही असली जोखिम है कि जनता इस जोखिम को नहीं समझती।
वहीं, जेडी वेंस ने ये भी कहा कि अगर आप सोचते हैं कि हमें ये करना चाहिए तो आगे बढ़ते हैं। यूरोप को फिर से मदद करने से मुझे बस नफरत है।
इसके बाद पीट हेगसेथ ने बताया,” F-18, जिसने पहला स्ट्राइक पैकेज बनाया है। वह दोपहर 12.14 बजे लॉन्च होगा और मैसेज भेजे जाने के दो घंटे से अधिक समय बाद हूतियों के ठिकानों पर हमला करेगा।
वहीं, जब हूती पर हमला किया गया तो, कई नेताओं ने सैनिकों को बधाई भी दी।
पीट हेगसेथ ने गोल्डबर्ग को बताया धोखेबाज पत्रकार?
गौरतलब है कि जब चैट लीक हुई और ट्रंप प्रशासन की आलोचना हुई तो अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने गोल्डबर्ग को धोखेबाज पत्रकार करार दे दिया । पीट हेगसेथ ने कहा कि कोई भी वार प्लान साझा नहीं किया गया है। गोल्डबर्ग एक धोखेबाज और अत्यधिक बदनाम व तथाकथित पत्रकार हैं। उन्होंने बार-बार झूठ फैलाने का पेशा बना लिया है।वहीं, इस मामले से राष्ट्रपति ट्रंप खुद को दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि तुलसी गबार्ड ने भी माना कि गलती से पत्रकार जेफरी गोल्बर्ड को चैट ग्रुप में जोड़ दिया गया।