‘इतने में जहर भी नहीं मिलेगा’, पीएम किसान योजना को लेकर केंद्र पर हमलावर हुए CM सोरेन

झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार
हम आज इस राज्य को दिशा देने के लिए पूरी ताकत लगा देंगे। लोगों का विश्वास हम पर है। हमें बार-बार अहसास कराया जाता है कि डबल इंजन की सरकार नहीं रहने पर झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार होगा। हमारा 1.36 लाख करोड़ का बकाया है। केंद्र अखबारों में कभी हां, कभी न कहता है। इसके एवज में बहुत कम पैसे आए हैं।
आदिवासी-दलितों पर पेशाब कर देते हैं। एक खबर का उल्लेख करते हुए कहा कि एक दलित नौजवान बुलेट पर जा रहा था, उसका हाथ काट दिया। यह क्या तमाशा है?
मनरेगा लोगों का सहारा है। आज इस पर भी 1200 करोड़ बकाया है। सारा रिवाल्विंग फंड मनरेगा में चला गया। स्वच्छ पानी के लिए 6000 करोड से अधिक बकाया है। कैसे इसे समय पर पूरा कर पाएंगे और ये बोलते हैं कि आपने डूबा दिया, पैसा खर्च नहीं हो पाया।
आस्था को भाजपा ने बनाया कमजोर नस
हेमंत सोरेन ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि हमारे विपक्ष ने आस्था को कमजोर नस के रूप में पकड़ा है। हाल में ही कुंभ स्नान का मेला आयोजित हुआ था। विधानसभा अध्यक्ष भी गए थे। ह मलोगों ने भी सोचा था कि जाएं। वहां जैसा वातावरण बना, हिम्मत नहीं जुटा पाए।हमारे विपक्ष के लोगों ने इस विषय को आर्थिक माॉडल बनाने का प्रयास किया कि देश की अर्थव्यवस्था का गेम चेंजर बनेगा। बताया जाए कि इससे देश की अर्थव्यवस्था में कितना बदलाव आया?आज देश की अर्थव्यवस्था आइसीयू में है। पैर पर नहीं, सिर के बल खड़ा है। ये धीरे-धीरे और बुरी स्थिति में जा रहा है। ये हर गुनाह को न तो कबूल करते हैं, न पश्चाताप करते हैं और न सुधारने का प्रयास करते हैं।
कहां से आते हैं तनाव पैदा करने वाले लोग?
- सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर सवाल उठाते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से देश में जातियों का वर्गीकरण है, ये शांति से नहीं जीने देंगे। इनकी फूट डालो, राज करो की नीति है।
- हमने सुना था मुहर्रम, रामनवमी में सांप्रदायिक तनाव होता है। अब तो होली में भी हो रहा है। क्रिकेट में भी तनाव फैलाते हैं।
- ये लोग कौन हैं और कहां से आते हैं? अगर देश में वर्गीकरण नहीं होता तो शायद आज हम सभी हिन्दुस्तानी होते। सीएम ने कहा कि हम लोग बहुत पॉजिटिव राजनीति करने वाले लोग है।
- निगेटिव चीजों में ज्यादा ताकत लगती है। जितनी ताकत मैं निगेटिव चीजों में लगाऊंगा, अगर उतना अच्छे काम पर करें तो अच्छा परिणाम मिलेगा। यही कारण है कि पूर्व की अपेक्षा ज्यादा ताकत के साथ हम सत्ता में आए। इसी सोच के साथ आगे भी काम करेंगे।
भाजपा ने राज्य को भटका दिया
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में एक लंबा कार्यकाल विपक्ष के जिम्मे रहा है। ये दिशा तो दे नहीं पाए, राज्य को भटका दिया। इस राज्य को एक दलदल में लाकर खड़ा कर दिया, खुद भी भटक गए। इसी का नतीजा है कि दिन-ब-दिन इनकी संख्या घट रही है।हम लोगों ने मुख्यमंत्री मंईयां योजना से लगभग 57-58 लाख महिलाओं को सम्मान राशि दी। यह छोटी बात नहीं है। सिर्फ यह जुमला नहीं है, यह हकीकत है।
आज महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान देखिए। आज इस राशि से वह कितनी सोच पैदा कर रहीं हैं। आज क्या-क्या वह सपने देख रही हैं? वह अपने बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर, वकील बनाने का सपना देख रहीं हैं।
ये अभी शुरुआत है। अभी साल-डेढ़ साल के बाद इस योजना का असर पूरा देश देखेगा। यही वजह है कि विपक्ष भी चुनावी मुद्दे में जाता है तो मंइयां सम्मान की बात करता है, लेकिन इनकी देने की मंशा नहीं है।
दिल्ली में चुनाव आयोग को जूते के नीचे रखा
दिल्ली चुनाव में विपक्ष किस प्रकार सत्ता में आया, किस तरीके से चुनाव आयोग को अपने जूते के नीचे रखा और सत्ता की सीढियां चढ़ने का प्रयास कर रहे हैं?वहां भी मंईयां सम्मान के नाम पर गोलमोल चल रहा है। हमसे पहले कई राज्यों में चुनाव हुए, वे यह योजना शुरू नहीं कर पाए। योजना में सरकार का सालाना 13 हजार करोड़ खर्च आएगा। यह साधारण बात नहीं है।
ढ़िबरी लेकर खोजने पर भी नहीं मिलेगा कोई बगैर पेंशन के
हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले सरकार दो चक्के पर चलती थी, अब यह फोर व्हील पर चलेगी। गांव के लोग भी राज्य को बढ़ाएंगे। राज्य के आम नागरिक इसे आगे बढाने में योगदान देंगे। सर्वजन पेंशन को लेकर लंबी कतार कभी खत्म नहीं होती थी।पता चलता था कि गांव में दो-चार लोगों को पेंशन मिलता है। लोग पेंशन के लिए दलालों के चक्कर में फंसकर जमापूंजी लूटा रहे थे। हमलोगों ने ऐसा कानून बनाया कि गांव-देहात में ढ़िबरी लेकर देखेंगे तो बिना पेंशन के कोई नहीं दिखेगा।
पेंशन के लिए महिलाओं की उम्र को भी 50 साल कर दिया। हमारे विपक्ष के लोगों ने राज्य को ऐसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया था, जहां राशनकार्ड हाथ में लेकर लोग भूख से मरे। किसानों ने आत्महत्या भी की, हमने भी देखा है।
लोगों को लगता है कि ये सब हमलोगों ने सिर्फ वोट बैंक के लिए किया। ये वोट बैंक नहीं, जिस तरीके से भारत सरकार ने नीतियां बनाई, आने वाले समय में आर्थिक असमानता बहुत बढ़ने वाली है।
लोगो की गाढ़ी कमाई से धन उगाही कर रहे बैंक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बैंकों की नीतियों को भी कटघरे में खड़ा किया। कहा कि बहुत चतुराई से धन उगाही का नया नायाब तरीका अपनाया। एटीम से पैसा निकालेंगे तो आरबीआइ उसमें चार्ज लेगा। अपने अकाउंट बैंलेंस के बारे में जानना चाहेंगे तो उसके लिए भी पैसा लगेगा।अगर एसबीआइ का एटीम है और दूसरे बैंक से पैसे निकालेंगे तो उसमें भी पैसा कटेगा। मिनिमम बैलेंस तय किया, इससे नीचे रहा तो उस पर भी चार्ज। ऐसी चतुराई से जेब काटते हैं। इससे आरबीआइ ने साढ़े आठ हजार करोड़ की उगाही की।इससे सबसे अधिक नौजवान प्रभावित होते हैं। वे 100-200 निकालते हैं। उसका कितना चार्ज लगेगा, अंदाजा लगाइए? महंगाई की स्पीड बढ़ रही है। पता ही नहीं चलेगा कि आपका पैसा कहां से निकाल रहे। धीरे-धीरे आपके खाता में एक भी रुपया नहीं बचेगा।
एमएसएमई के लिए अलग निदेशालय, किसानों के लोन माफ किए
राज्य सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा हेमंत सोरेन ने कहा कि कि लघु और मध्यम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार एमएसएमई निदेशालय बनाएगी। सरकार ने सड़क को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है। चार लाख किसानों के दो लाख तक का लोन हमने माफ किया।किसानों के साथ मिलकर डेढ़ लाख एकड़ क्षेत्र में फलदार पेड़ लगाएं हैं। खेतीबारी की सबसे बड़ी जरूरत पानी है। बड़े नहरों की हालत सफेद हाथी जैसा है। पैसा लगता जा रहा है, लेकिन एक बूंद पानी नहीं मिलता। लिफ्ट और पाइपलाइन सिंचाई करेंगे।
मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना आरंभ की है, इसमें 2257 करोड़ दिया गया है। पशुपालन क्षेत्र में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना है।
तालाब निर्माण के लिए 300 करोड़ निर्धारित किए गए हैं। पहले चाय बागान था। इसको प्रमोट करेंगे। धान की खरीद करते थे, धान के साथ लाह, तसर, करंज, इमली में भी समर्थन मूल्य देंगे और वृद्धि भी करेंगे।
सीएम स्कूल ऑफ एक्सलेंस से बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि शिक्षा में बड़ा कदम सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है। अभी मात्र 9000 सीटें ही है।सरकारी स्कूल में नामांकन के लिए बच्चों में यह उत्साह है कि 35 हजार बच्चों ने टेस्ट में हिस्सा लिया। आने वाले समय में आइआइटी, मेडिकल समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में इन स्कूलों से बच्चे निकलेंगे।
12वीं पास करने वाले बच्चों को क्रमश: तीन, दो, एक लाख की आर्थिक सहायता, लैपटॉप, मोबाइल भी देते हैं ताकि वे पैसे के अभाव में अच्छे संस्थान में पढ़ने से वंचित नहीं हो। बहुत जल्द ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी।
जमशेदपुर में भवन आवंटित किया गया है। नेतरहाट की तर्ज पर दुमका, चाईबासा, बोकारो में स्कूल बनाएंगे। जमशेदपुर, गुमला, साहिबगंज में नया विश्वविद्यालय बनेगा।
तकनीकी विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन चालू करेंगे। विधि कालेज भी स्थापित करेंगे। आने वाले पांच साल में नया रिम्स देखेंगे, सात हजार करोड़ का बजट उपबंध किया गया है।
हर अस्पताल में बनेगा हेलीपैड
स्वास्थ्य सुविधाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार रिम्स की तर्ज पर एक नया मेडिकल कॉलेज आरंभ करेगी।राज्य में एयर एंबुलेंस की व्यवस्था से हजारों लोगों ने लाभ लिया है। एक कदम और आगे बढ़ाते हुए हेलीकाप्टर एंबुलेंस की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए मैपिंग हो रही है।कोई कितना भी गरीब क्यों नहीं हो, सरकार अपने खर्च से उनको अस्पताल तक पहुंचाएंगी। हर अस्पताल में हेलीपैड बनेगा।
बिजनेसमैन अपने घर के ऊपर हेलीपैड बनाते हैं, लेकिन देश के किसी भी अस्पताल मे ऐसा नहीं है। झारखंड अस्पतालों में हेलीपैड बनाने वाला पहला राज्य होगा।
अपने पैरों पर खड़ा होगा झारखंड
केंद्र पर आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि योजनाओं को लेकर राज्य के साथ सौतेला व्यवहार होता है। हम अपने पैरों पर खड़ा होना चाहते हैं।हम लोग अपना संसाधन जुटा रहे हैं। राजस्व संग्रह में वृद्धि हो रही है। 42 हजार करोड़ राज्य का पिछले साल का राजस्व था। इस साल 60 हजार करोड़ संग्रह का लक्ष्य है।
पीएम सम्मान निधि की राशि पर सवाल
भाजपा ने 16 लाख करोड़ रुपये व्यापारी मित्रों का माफ किया। पीएम किसान योजना के तहत किसानों को छह हजार रुपये सम्मान राशि देते है, यानी प्रतिदिन 15-16 रुपये। इतने में जहर भी नहीं मिलेगा। महंगाई का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 से 2024 में कीमतें तेजी से बढ़ीं हैं।दाल 70 रुपये प्रति किलो मिलती थी, आज 135 रुपये प्रति किलो मिलती है। सरसों तेल 90 रुपये लीटर था, आज 170 रुपये प्रति लीटर है। नमक 30 रुपये किलो हो गया। 25 रुपये में मिलने वाला चावल 45 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।रुपये का वैल्यू 2014 में 60-65 था, आज 90-95 हो गया, स्थिति इतनी बुरी है। नोटबंदी कर देश की व्यवस्था चौपट कर दी गई। पूरे देश के 150 करोड़ लोगों पर इतना टैक्स लाद दिया है कि आमलोगों की चमड़ी निकाल ली है।
लोगों का बुरा हाल है। देश लॉजिक से नहीं मैजिक से चल रहा है। बुद्धि-विवेक को छोड़ हम मोक्ष प्राप्त करने में लगे हैं। कभी-कभी समझ में नहीं आता कि देश को किस ओर देख पा रहे हैं।