कन्हैया कुमार के सभा मंच को गंगाजल से धोया, आखिर किस बात पर बिहार में गांववालों का फूटा गुस्सा?

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Kanhaiya Kumar: अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मंगलवार की रात बनगांव के भगवती स्थान में सभा को संबोधित किया। इसके बाद बुधवार को ग्रामीण अमित चौधरी के नेतृत्व में कुछ स्थानीय ग्रामीण युवाओं ने सभा मंच को गंगाजल से धोया।
कन्हैया कुमार पर भारतीय संस्कृति के अपमान का आरोप
अमित चौधरी ने कहा कि जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने देश विरोधी नारे लगाकर भारत के संप्रभुता और संस्कृति का अपमान किया गया था।उनके द्वारा मंगलवार की रात बनगांव में भगवती स्थान परिसर में सभा को संबोधित किया गया। जबकि भगवती स्थान बनगांव धार्मिक आस्था का प्रतीक है, इसे पवित्र बनाए रखना चाहते हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक चर्चा तेज हो गई हैं।

कन्हैया कुमार ने उठाया कोसी प्राधिकार और मखाना किसानों का उठाया मुद्दा

बुधवार को ‘पलायन रोको नौकरी दो’ यात्रा के क्रम में सहरसा में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार व मखाना किसानों की समस्याओं को उठाया।

कहा कि शंकराचार्य को शास्त्रार्थ में पराजित करने वाले मंडन मिश्र की गौरवशाली धरती का वर्तमान इतना विकट क्यों है। इस पर विचार करने की आवश्यकता है।कन्हैया कुमार ने कहा कि एकतरफ लोग बाढ़ से परेशान हैं, दूसरी तरफ बाढ़ के कारण आधारभूत संरचनाओं का विकास नहीं हो रहा है। खासकर शिक्षा की सुविधा का बेहद अभाव है। प्राधिकार के प्रावधान के अनुसार पीड़ित लोगों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है।

उन्होंने कहा कि दुनिया का 90 प्रतिशत मखाना उत्पादन करने वाले इस क्षेत्र के मखाना किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रही है। फलस्वरूप यह सुपर फूड तो बना, परंतु इसका लाभ किसान के बदले बिचौलिया ले रहे हें।

यही हाल मधुबनी पेंटिग्स का है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि यात्रा के क्रम में बिहार के इन मुद्दों को उठा सके।

कन्हैया कुमार ने कहा कि सहरसा शहर के बीच में ही रेलवे फाटक है, जिसके कारण दिनभर जाम की समस्या रहती है।

पता चला कि आरओबी के लिए कई बार शिलान्यास भी हुआ, लेकिन दरभंगा एम्स की तरह बनने से पहले वाहवाही की होड़ लगी हुई है।

राजनीति में जो नाकारात्मक विमर्श की प्रवृति बढ़ रही है, उसे साकारात्मक बनाने की जरूरत है। हमारा प्रयास है कि हर दल, गठबंधन के लोग पलायन की समस्या रोकने के लिए एजेंडा बनाए।

मौके पर वरीय कांग्रेस नेता डॉ. तारानंद सादा, जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा, पूर्व जिलाध्यक्ष बीरेंद्र कुमार झा अनीश सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।थाली बजाते यात्रा के आगे चल रहे थे युवा

पलायन रोको यात्रा के क्रम में बेरोजगार युवा और अग्निवीर से पूर्व चयनित नियुक्ति की प्रत्याशा वाले जवान थाली बजाते और नारेबाजी करते हुए रस्सी पकड़कर आगे-आगे चल थे। इन युवाओं पीछे कन्हैया कुमार काफिला के साथ चल रहे थे।

कन्हैया कुमार ने बिहार में बन रहीं सड़कों पर उठाया सवाल

एक ओर जहां कन्हैया कुमार के सभा मंच को गंगाजल से धोया गया, वहीं दूसरी तरफ बिहार में बन रही सड़कों और बिहार का पानी लूटने को लेकर दिए गए बयान के बाद वे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे।

दरअसल, कन्हैया कुमार ने दरभंगा की सभा में सवाल उठाते हुए कहा था कि जब बिहार में कुछ नहीं है तो सड़कें क्यों बन रही हैं?कन्हैया कुमार के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया था। वहीं, दूसरी ओर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने भी उन पर पलटवार किया था। पूनावाला ने कहा था कि वे अपने बयानों से साबित कर रहे हैं कि उनके नेता राहुल गांधी हैं।

न्यायिक कार्य के कारण पदयात्रा में हुआ परिवर्तन

पलायन रोको नौकरी दो यात्रा के क्रम में सहरसा पहुंचे कन्हैया कुमार बुधवार को एक मामले में ऑनलाइन न्यायालय से जुड़े। इस प्रक्रिया के कारण लगभग डेढ़ घंटा यात्रा में विलंब हुआ। नेताजी सुभाष चौक पर पार्टी नेता कार्यकर्ताओं ने घंटों इंतजार किया।

बाद में इन लोगों को कार्यालय जाने की सूचना दी गई। इस बीच न्यायिक कार्य निपटकर कन्हैया कुमार बाहर आए तो वरीय नेता बीरेंद्र कुमार झा अनीश और सहरसा बस्ती निवासी मु. शाकिर हुसैन ने बुके प्रदान कर उनका अभिनंदन किया। इसके बाद डीबीरोड में कन्हैया यात्रा में शामिल हो गए।

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