Opposition Alliance 2024 : लालू के मुंह से कांग्रेस तो नहीं बोल रही; संयोजक का नाम नहीं बोला
मुंबई: कांग्रेस के ‘भारत जोड़ो’ अभियान का प्रभाव सीधे-सीधे I.N.D.I.A. गठबंधन के नारे ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ पर आ चुका है। 14 सदस्यों की समन्वय समिति के 13 नाम बता दिए गए हैं। संयोजक पद के बहुप्रतीक्षित सवाल पर औपचारिक जवाब नहीं आया, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ऐसा लगा जैसे कांग्रेस की ओर से घोषणा कर दी है। पटना की पहली बैठक में उन्होंने इसकी भूमिका बनाई और मुंबई में हुई तीसरी बैठक में घोषणा भी कर दी। सिर्फ पदनाम जोड़कर नहीं बताया, बाकी कुछ छोड़ा नहीं। जिस तरह 23 जून को पटना में हुई पहली बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सबसे अंत में लालू ने राहुल गांधी के दूल्हा बनने की बात कही थी, 1 सितंबर को मुंबई में भी बातचीत का अंत उन्होंने राहुल गांधी को लेकर ही किया। उन्होंने जो कहा, उस लाइन को पढ़ने के बाद समझना बहुत मुश्किल नहीं होगा। लालू ने कहा- “हम सब एक हैं। एक होकर हमलोग इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। राहुल गांधीजी को भी हम काफी मजबूती के साथ विश्वास दिलाते हैं कि हमसब एकजुट होकर रहेंगे। सभी को एकोमडेट कर सीट शेयरिंग अब शुरू होगा। सीट शेयरिंग में भी सफल होंगे। कठिनाई नहीं होगी। अपना कुछ नुकसान कर भी इंडिया को जिताएंगे, मोदी को हटाएंगे, देश को बचाएंगे।” यह विश्वास लालू ने राहुल गांधी के प्रति आस्था के साथ जताया।
तो क्या नीतीश भी यही चाहते थे
देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो- यह नारे बिहार में कई बार लगे। 23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए होने वाली पहली बैठक के पहले नीतीश ने साफ कहा था कि अब ऐसी नारेबाजी नहीं हो। 23 जून को जब लालू ने पटना की बैठक में राहुल के दूल्हा वाली बात चलाई तो जदयू के अंदर भी कसमसाहट उठी, हालांकि नीतीश-निश्चय को देखते हुए शांति रही। बेंगलुरू में लालू-नीतीश साथ गए, आए और मीडिया से बात हुई नहीं। मुंबई में बात हुई तो लालू ने राहुल गांधी के प्रति आस्था दिखा दी। इन दो बैठकों के बीच राहुल गांधी दिल्ली में लालू यादव के पास डिनर पर भी आए। और पिछले कुछ दिनों में नीतीश कुमार ने कई बार कहा कि उन्हें कोई पद नहीं चाहिए। तो, अब सवाल यह है कि लालू यादव जब राहुल-राग गा रहे हैं तो क्या नीतीश भी यही चाहते थे? अगर दोनों की यही चाहत है, तब तो ठीक; वरना…।