नहाय-खाय के साथ चैती छठ का 4 दिवसीय अनुष्ठान आज से आरंभ, खरना के बाद शुरू होगा निर्जला उपवास

एक नजर में चैती छठ:
- 1 अप्रैल 2025, मंगलवार: नहाय-खाय
- 2 अप्रैल 2025, बुधवार: खरना
- 3 अप्रैल 2025, गुरुवार: सायंकालीन अर्घ्य
- 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार: उदयकालीन अर्घ्य व पारण
छठ की शुरुआत, बाजारों में पारंपरिक साड़ियों जबरदस्त खरीदारी
लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत आज से नहाय-खाय के साथ हो गई है। इस पर्व को लेकर बाजारों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। व्रती महिलाएं छठ पूजा की तैयारियों में जुट गई हैं। व्रती महिलाएं इस पर्व के लिए पूरी श्रद्धा से तैयारियां कर रही हैं, जहां साड़ियों और पूजा सामग्री की खरीदारी खास ध्यान आकर्षित कर रही है। सबसे ज्यादा खरीदारी साड़ियों की हो रही है। पटना के बाजार पारंपरिक और आधुनिक साड़ियों के शानदार कलेक्शन से सजे हुए हैं जहां महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।मधुबनी, बंधेज और लहरिया प्रिंट की भी अच्छी मांग
बाजार में मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ियों की भी डिमांड काफी बढ़ी है। इन साड़ियों पर छठ पूजा से जुड़ी हुई चित्रकला उकेरी जाती है जो पूजा के महत्व को और अधिक बढ़ाती है। इसके साथ ही राजस्थानी बंधेज और लहरिया प्रिंट वाली साड़ियां भी काफी लोकप्रिय हो गई हैं। जो महिलाएं कुछ खास और स्टाइलिश लुक चाहती हैं, वे हल्के बार्डर और सोबर फ्लोरल प्रिंट वाली साड़ियां खरीद रही हैं। राजीव नगर स्थित रूप लक्ष्मी साड़ी दुकान में छठ पूजा के लिए खास कलेक्शन आया है।साड़ी खरीदने आई सीमा देवी ने बताया, छठ पूजा का पर्व हमारे लिए बहुत खास है। इस दिन हम पारंपरिक साड़ियों में सजना पसंद करते हैं। हल्की काटन में साड़ियां इस मौसम में सबसे आरामदायक होती हैं। इनकी रंगत भी पूजा के माहौल के अनुरूप होती है।इस बार युवा महिलाएं भी छठ पूजा के लिए अपनी पसंदीदा आउटफिट चुन रही हैं। खासकर नवविवाहिताओं और युवा लड़कियों को अनारकली और अंब्रेला सूट जैसे डिजाइनर सूट की ओर आकर्षण बढ़ा है। ये सूट पारंपरिक साड़ियों के मुकाबले थोड़ा माडर्न और स्टाइलिश होते हैं। बाजार में इन सूट की भी खूब मांग देखी जा रही है।