स्वास्थ्य विभाग की नई पहल, दवा एक्सपायर होने से पहले वाट्सएप और एमएसएस के जरिए मिल जाएगी जानकारी
पटना। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलने वाली दवाओं को एक्सपायर होने या तिथिवाद से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई पहल की है।
इसके अंतर्गत दवा एक्सपायर होने के छह महीने पहले से संबंधित दवा भंडार केंद्र के प्रभारी, अस्पताल प्रमुख के साथ ही सिविल सर्जन को उनके मोबाइल पर वाट्सएप और एसएमएस के जरिये अलर्ट संदेश मिलने शुरू हो जाएंगे। विभाग ने इस व्यवस्था को प्रभावी भी कर दिया है।
ज्यादातर दवाएं हो जाती हैं एक्सपायर
ज्यादातर दवाएं सही समय पर वितरित न होने की वजह से तिथिवाद का शिकार हो जाती हैं। दवाओं की इस प्रकार की बरबादी और सरकार को होने वाले नुकसान को देखते हुए इसके विकल्प पर मंथन किया गया।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह सहमति बनी कि दवाओं को एक्सपायर होने से बचाने के लिए दवा भंडार केंद्र, अस्पताल प्रभारी के साथ ही जिले के सिविल सर्जन को अलर्ट करने की व्यवस्था की जाएगी।
दवा के एक्सपायर होने की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आएगी संबंधित लोगों को लगातार अलर्ट मैसेज भेजे जाएंगे। ताकि दवाएं एक्सपायर हो इसके पूर्व ही जिन जिलों में उसकी अधिक मांग है वहां उनका वितरण कर दिया जाए। इससे दवा की बरबादी व सरकार को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा।
अलर्ट मैसेज के लिए बनाई गई व्यवस्था
– दवा एक्सपायर के छह महीने रहने पर पहल अलर्ट मैसेज
– तीन महीने रहने पर दूसरा अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा
– महीना भर रहने पर तीसरा अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा
– महीना भर रहने पर प्रत्येक सप्ताह अलर्ट मैसेज जाएगा